दिन ब दिन माँ बेचैन सी लगने लगी
समय की धार से नाख़ून कुरेदती
अब आँखें मलने लगी !
अकेले बैठे -बठै मुस्कुराती
कुछ गुनगुनाती
धड़कने अब मैं सुन और समझने लगी
अक़्सर वह बेचैन,
फिर भी मुझसे बातें करती
शब्दों की गहराइयों से दूर वो
सहलाने में मशगूल रहने लगी
प्रेम की अथाह गहराइयों में डूबी
अक़्सर माँ मुझ से कुछ छुपाती
धीरे -धीरे मैं माँ को समझने लगी
धड़कनों को सीने से लगा वह
न जाने अक़्सर बेचैन सी बैठी
किस दर्द को सीने से लगा घबराने लगी ?
अथाह प्रेम से सराबोर
मुग्ध आँखों से मुझे पुकारती
कुछ अंजाने शब्द , मन विचलित करने लगे
कहती कुछ न बेचैन सी रहती
अपनी कहानी अंजाने में मुझे सुनाती
सीने से लगी मैं अब महसूस करने लगी
समय के साथ माँ मुझसे नाराज़ सी रहती
बेचैन धड़क अब मैं भी महसूस करने लगी
समय के साथ अब हलचल मुझ में
धड़कनें अब माँ मेरी सुनने लगी
बड़ी हो रही हूँ ,वर्ष के तीसरे महीने
का एहसास माँ को करने लगी .....
- अनीता
समय की धार से नाख़ून कुरेदती
अब आँखें मलने लगी !
अकेले बैठे -बठै मुस्कुराती
कुछ गुनगुनाती
धड़कने अब मैं सुन और समझने लगी
अक़्सर वह बेचैन,
फिर भी मुझसे बातें करती
शब्दों की गहराइयों से दूर वो
सहलाने में मशगूल रहने लगी
प्रेम की अथाह गहराइयों में डूबी
अक़्सर माँ मुझ से कुछ छुपाती
धीरे -धीरे मैं माँ को समझने लगी
धड़कनों को सीने से लगा वह
न जाने अक़्सर बेचैन सी बैठी
किस दर्द को सीने से लगा घबराने लगी ?
अथाह प्रेम से सराबोर
मुग्ध आँखों से मुझे पुकारती
कुछ अंजाने शब्द , मन विचलित करने लगे
कहती कुछ न बेचैन सी रहती
अपनी कहानी अंजाने में मुझे सुनाती
सीने से लगी मैं अब महसूस करने लगी
समय के साथ माँ मुझसे नाराज़ सी रहती
बेचैन धड़क अब मैं भी महसूस करने लगी
समय के साथ अब हलचल मुझ में
धड़कनें अब माँ मेरी सुनने लगी
बड़ी हो रही हूँ ,वर्ष के तीसरे महीने
का एहसास माँ को करने लगी .....
- अनीता
बेहतरीन भावों को संजोती, मासूम सी रचना हेतु बधाई ।
ReplyDeleteसह्रदय आभार आदरणीय
ReplyDeleteसादर
बेहतरीन रचना..., बहुत ही मनभावन ।
ReplyDeleteसस्नेह आभार आदरणीया मीना जी
ReplyDeleteसादर
सुन्दर रचना
ReplyDeleteसह्रदय आभार आप का आदरणीय
ReplyDeleteसादर
बेहद खूबसूरत रचना
ReplyDeleteआभार सखी
ReplyDeleteसादर
अच्छी रचना ।
ReplyDeleteआभार
ReplyDeleteसादर
बहुत ही भावपूर्ण
ReplyDeleteसह्रदय आभार आदरणीय
ReplyDeleteसादर
सुंदर सृजन..... आदरणीया
ReplyDeleteहदयस्पर्शी रचना
सह्रदय आभार आदरणीय
ReplyDeleteसादर